चाईबासा, अगस्त 26 -- चाईबासा। दया और करुणा की प्रतिमूर्ति भारत रत्न व नोबेल शांति सम्मान से पुरस्कृत मदर टेरेसा की जयंती मंगलवार को कांग्रेस भवन,चाईबासा में मनाई गई। मौके पर कांग्रेसियों ने मदर टेरेसा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर दास ने मदर टेरेसा की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मदर टेरेसा समाज को नई दिशा देने वाली और गरीबों, अनाथों, असहायों के दुख-दर्द के लिए जीने वाली प्रेम, दया, करुणा की प्रतिमूर्ति थीं , उन्होंने बचपन से ही गरीबी का दौर देखा शिक्षा प्राप्त करते हुए बारह वर्ष की आयु में उन्होंने संकल्प लिया कि वह अपना जीवन दूसरों की सेवा में लगाएंगी और अठारह वर्ष की आयु में सिस्ट ऑफ लोरेटो में शामिल हुई। एक बार वह भारत घूमने आई और उनके मन में भारत के जरूरतमंदों को देखकर सेवा का भाव उभरा...