भागलपुर, मार्च 18 -- जमुई। हिन्दुस्तान संवाददातारविवार को महावीर वाटिका भवन जमुई में शिव संगोष्ठी का आयोजन किया गया। शिव संगोष्ठी में अवसर पर लवली आनन्द ने कहा कि शिव-पुराण में शिव के सैकड़ों शिष्य का जिक्र है। उन्होंने कहा कि शिव के कारण ही यह जीवन मिला, जगत मिला उनसे ज्ञान लेने में केई हर्ज नही । साहव हरीन्द्रानन्द जी ने तीन सूत्र प्रतिपादित किए हैं, जिनके द्वारा हम शिव के गुरु स्वरुप से, जुड़ सकते हैं। पहला मन ही मन शिव से दया मांग दूसरों बताना कि आप भी शिव का गुरु गुरु बनाएं, यानि चर्चा करना और तीसरा पंचाक्षरी 'नमः शिवाय' से अपने गुरू को प्रणाम श्रद्धा, विश्वास, समर्पण के अभाव में करना। शिव की शिष्यता अंकुरित, पल्लवित और पुष्पित होती है। इस अवसर पर न सिर्फ जमुई बल्कि, शेखपुरा, नवादा एवं लखीसराय जिले से भाई-बहनों ने के इस संगोष्ठी में भ...