रामपुर, जून 23 -- रामपुर। जमीन की चाहत ऐसी हो गई है कि पहले रार शुरू हो रही है, फिर रिश्तों में दरार पड़ जा रही है। नतीजा जमीन नहीं रह जा रही है, और रिश्तों का कत्ल कर दे रहे हैं। बेटा-पिता को नहीं समझ रहा है। भाई- भाई को नहीं समझ रहा है। ऐसे मामलों में विवाद में एक की मौत के बाद खत्म हो जा रहा है, तो दूसरा कानून के शिकंजे में फंसकर जिंदगी बर्बाद कर दे रहा है। ऐसा ही हाल रामपुर में भी है दो दिन के अंदर जमीन की रार में दो वारदात हुई है। एक में भाई ने भाई को गोली तो दूसरे में महिला को मौत के घाट उतार दिया गया। जमीन के लिए अपनों के प्रति बढ़ते आक्रोश को समाजशास्त्री घातक बता रहे हैं। लोगों का कहना है कि एकांकी जीवन की ओर लोग बढ़ रहे हैं। आपसी प्रेम कम हो रहा है, जबकि अपेक्षाएं बढ़ रही हैं। उसी की नतीजा है कि लोग अपनों को नहीं समझ पा रहे हैं। प्र...