गंगापार, जुलाई 19 -- अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को उपजिलाधिकारी बारा के समक्ष प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपकर कांटी गांव में की गयी जमीनों की बड़ी हेराफेरी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग किया। आरोप लगाया कि पचासों साल से सीलिंग की जमीन को इस साल 21 जनवरी को एडीएम राजस्व ने तहसील की रिपोर्ट के आधार पर सीलिंग से मुक्त कर दिया और जमीन जमींदार स्व रामसूरत के वारिसों के नाम चढ़ा दी। कई पीढ़ियों से बसी कांटी बोधवा दलित बस्ती जुगेश्वरी देवी (आबादी) के रूप में खसरा में दर्ज है को सीलिंग की जमीन घोषित कर दिया गया। दो दलितों के बीच कुल रकबा 3.75 हेक्टेयर खेती की जमीन पर चल रहे मालिकाना के दो मुकदमों के बावजूद, यह जमीन शहर के नर्सिंग होम के सवर्ण मालिक के नाम बिक्री कर दिया गया है। लोगों ने सरकारी स्कूलों के बन्द किए जाने का भी विर...