बिजनौर, अगस्त 5 -- जुलाई माह में औसत से कम बरसात होने के कारण किसानों के माथे पर चिंता की लकीर बनी हुई थी लेकिन अगस्त के प्रारंभ में ही मानसून ने किसानों के माथे की चिंता को हटा दिया। सोमवार को क्षेत्र में जमकर वर्षा हुई, जिससे खेत नदी नाले जलमग्न हो गए। खेतों में खड़ी धान की फसल को खूब लाभ होने की संभावना है। मौसम विज्ञान के अनुसार सोमवार को 135 एमएम वर्षा दर्ज की गई। जो अब तक की सबसे अधिक होने वाली वर्षा है। क्षेत्र में रविवार रात से शुरू हुई वर्षा सोमवार की शाम तक चलती रही, जिसके कारण खेतों में खूब पानी भर गया। साथ ही उमस भरी गर्मी से भी राहत मिली। किसानों का कहना है कि जुलाई माह में कोई भी ऐसी वर्षा नहीं हुई थी, जो खेतों को पर्याप्त पानी मिल जाता लेकिन अगस्त माह के शुरू में ही भारी वर्षा होने से खेतों को पर्याप्त पानी मिल गया है।
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