कौशाम्बी, नवम्बर 2 -- विकास खण्ड कड़ा के पथरावा गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन कथा व्यास पंडित सारंग धर त्रिपाठी ने भक्तों को सुदामा, शुकदेव चरित्र और परीक्षित मोक्ष प्रसंगों का सुंदर वर्णन किया। इस दौरान कथा सुनने आये भक्त सुंदर प्रसंगों को सुनकर भावविभोर हो गए। कथा व्यास ने बताया कि सुदामा जी भगवान कृष्ण के परम मित्र थे। भिक्षा मांगकर अपने परिवार का पालन पोषण करते। गरीबी के बावजूद भी हमेशा भगवान के ध्यान में मग्न रहते। पत्नी सुशीला सुदामा से बार-बार आग्रह करती कि आपके मित्र तो द्वारिकाधीश है। उनसे जाकर मिलो शायद वह हमारी मदद कर दें। सुदामा पत्नी के कहने पर द्वारिका पहुंचते हैं। जब द्वारपाल भगवान कृष्ण को बताते हैं कि सुदामा नाम का ब्राम्हण आया है। कृष्ण यह सुनकर नंगे पैर दौङकर आते हैं और अपने मित्र को गले से लगा लेते। उनक...
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