फर्रुखाबाद कन्नौज, फरवरी 15 -- फर्रुखाबाद। दवा कारोबार अब जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है उससे कारोबारियों को अपना व्यवसाय बचाने के लिए जूझना पड़ रहा है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के बढ़ते प्रचलन के साथ ही कई प्रकार की चुनौतियां उनके सामने हैं। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से चर्चा के दैरान केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के महासचिव मनोज मिश्रा बबलू बताते हैं कि कारोबारी इस बात से भी हताश और निराश हैं कि हाल ही में पांच से छह बार पोर्टल बदल चुका है। कुछ दिन पहले तक पोर्टल के माध्यम से लाइसेंस का आटो रिन्यूअल होता था अब फिर से औषधि निरीक्षक की रिपोर्ट लगने के बाद ही लाइसेंस रिन्यूअल होने की व्यवस्था लागू की गयी है यह कहीं पर उचित नहीं है। पहले वाली ही स्थिति होनी चाहिए। वह बताते हैं कि एक मेडिकल स्टोर से औसतन पांच से छह लोगों का पेट पलता है। इस लिहाज...