मेरठ, जुलाई 24 -- चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय सहित उत्तर प्रदेश के 38 राज्य विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं शोधचक्र और शिक्षिकाएं शेरनी से जुड़ गई हैं। शोधछात्र शोधार्थियो को बताएगा कि शोध कैसे करना है और कैसे रिसर्च पेपर लिखने हैं। पीएचडी में पंजीकृत होते ही छात्रों को शोधचक्र में खुद का पंजीकरण कराना होगा। कैंपस-कॉलेजों की शिक्षिकाओं के रिसर्च पर शेरनी (शी रिसर्च नेटवर्क इन इंडिया) की नजर रहेगी। शेरनी पर शिक्षिकाओं के रिसर्च का रिकॉर्ड होगा और इसी आधार पर उनकी रैंक का डैशबोर्ड बनेगा। कैंपस-कॉलेज के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं को आईआरआईएनएस (इंडियन रिसर्च इंफोर्मेशन नेटवर्क सिस्टम) पर भी पंजीकरण करना होगा। इसमें रिसर्च से लेकर शिक्षकों की समस्त कुंडली दर्ज हेागी। इस सिस्टम में डैशबोर्ड पर शिक्षकों की रैंक भी होगी। कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की...