चमोली, मार्च 1 -- पीजी कॉलेज कर्णप्रयाग में देवभूमि उद्यमिता विकास योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों ने अपने स्वनिर्मित उत्पादों का प्रदर्शन किया। इस दौरान विद्यार्थियों को स्वरोजगार के प्रति प्रेरित कर स्थानीय संसाधनों के उपयोग से नवीन उत्पाद बनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम में डॉ. हरीश बहुगुणा ने स्थानीय संसाधनों के उपयोग से स्वरोजगार के अवसरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पादों का सही उपयोग करके पर्यावरण अनुकूल और आर्थिक रूप से लाभकारी वस्तुएं तैयार की जा सकती हैं। उन्होंने रिंगाल का उल्लेख करते हुए बताया कि यह प्लास्टिक उत्पादों का बेहतर विकल्प हो सकता है। महाविद्यालय के छात्र सूरज ने रिंगाल से बने विभिन्न उत्पादों को प्रदर्शित किया, जबकि छात्र मोहित ने वेस्ट प्लास्टिक और पुराने कपड़ों का उपयोग करके घरेलू सजावट...