गोरखपुर, फरवरी 4 -- गोरखपुर, निज संवाददाता। महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज में प्रार्थना सभा के दौरान वरिष्ठ अध्यापक अनिल कुमार ने चौरीचौरा कांड की ऐतिहासिक घटना को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि 4 फरवरी 1922 को हुए इस जनविद्रोह के कारण महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया था। प्रधानाचार्य डॉ. अरुण कुमार सिंह ने बाबा राघवदास और पं. मदन मोहन मालवीय के योगदान को रेखांकित किया। डॉ. फूलचंद प्रसाद गुप्त ने बताया कि बाबा राघवदास के प्रयासों से मालवीय जी ने 172 अभियुक्तों का मुकदमा लड़ा और 152 को फांसी से बचाया। कार्यक्रम में शिक्षक व छात्र उपस्थित रहे।

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