मथुरा, फरवरी 21 -- योगी सरकार ने छाता शुगर मिल के लिए 2000 टीसीडी क्षमता की नई चीनी मिल एवं लॉजिस्टिक हब वेयर हाउसिंग काम्प्लेक्स की स्थापना के लिए 50 करोड़ रुपये का प्रावधान करके संजीवनी प्रदान की है। वर्ष 2009 में तत्कालीन सरकार की नीतियों से बंद हुई छाता शुगर मिल की पुनर्स्थापना की घोषणा के बाद यहां पहले से काम चल रहा है, जिसे अब रफ्तार मिलने की उम्मीद है। बताते चलें कि छाता शुगर मिल वर्ष 1975 में बनकर तैयार हुई थी। मिल की शुरुआत वर्ष 1978 में क्षेत्रीय विधायक बाबू तेजपाल ने कराई थी। यह मिल आगरा मंडल की इकलौती मिल थी जिसकी कुल क्षमता 1250 टीसीडी थी। करीब 46 हजार किसान शुगर मिल को गन्ने की आपूर्ति करते थे। वर्ष 2009-2010 में गन्ना मिल को घाटे में दिखाकर बंद कर दिया गया था। इसके बाद तत्कालीन बसपा सरकार ने गन्ना मिल को बेचने की तैयारियां ...