वाराणसी, सितम्बर 24 -- वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। कैंट स्टेशन के यार्ड में लगभग छह वर्षों से खड़े रेल इंजन बरेका भेज दिए गए। एक इंजन सोमवार और दूसरा मंगलवार को रवाना किया गया। दरअसल, हुबली (पश्चिम बंगाल) से इलेक्ट्रिक इंजन में परिवर्तित होने को वाराणसी जंक्शन (कैंट) लाए गए दो डीजल इंजन खड़े-खड़े कबाड़ होने की हालत में पहुंच गए। दोनों इंजनों को लोहता साइड स्थित यार्ड की डेड लाइन पर खड़ा कर दिया गया था। इससे ट्रेनों की शंटिंग में भी दिक्कत आने लगी। इधर बीच, नई दिल्ली और मेरठ वंदेभारत के प्राइमरी मेंटेनेंस और अन्य ट्रेनों की वजह से यह दिक्कत और बढ़ गई। इस सम्बंध में स्टेशन डायरेक्टर अर्पित गुप्ता ने उच्चाधिकारियों से लगातार पत्राचार किया। आखिरकार उनका प्रयास रंग लाया और सोमवार और मंगलवार को दोनों इंजनों को बीएलडब्ल्यू भेजा गया। निदेशक ने बताया क...