मधेपुरा, जून 14 -- कुमारखंड,निज संवाददाता।परमानंदपुर हाट से पश्चिम छोटी नहर की सफाई दोबारा करायी जा रही है। जबकि पिछले साल करीब छह माह पूर्व मनरेगा योजना से सफाई करायी गयी थी। विडंबना है कि इस नहर में दशकों से पानी नहीं आ रहा है। नहर क्षेत्र के जितने भी किसान हैं, उसे अपनी फसल की सिंचाई के लिए पंपसेट जैसे संसाधनों पर निर्भर रहना पड़ता है। दशकों से गोपीपुर माइनर छोटी नहर में पानी आना बंद है। बावजूद इस नहर की सफाई पहले मनरेगा से तो छह माह में ही सिंचाई विभाग अपने स्तर से शुरू कर दी है। एक ही काम के लिए दो-दो विभाग से छह माह के अंतराल में नहर सफाई कार्य कराए जाने से कई सवाल उठने लगे हैं। गोपीपुर माइनर छोटी नहर की लंबाई उत्तर चुन्नी (छातापुर )से लेकर दक्षिण गोपीपुर (कुमारखंड )तक 40 किलोमीटर तक फैली हुई है। इस नहर के दोनों किनारे अनेक गांव बसे ...
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