मुजफ्फर नगर, अक्टूबर 24 -- कार्तिक मास की अमावस्या यानि दीपावली के पंचमहापर्व के बाद भगवान भास्कर यानि सूर्य देवता की उपासना से जुड़ा छठ महापर्व आता है। यह महापर्व न सिर्फ भगवान सूर्य देवता बल्कि षष्ठी देवी या फिर कहें छठी मैया की साधना-आराधना के लिए समर्पित है। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से सप्तमी तिथि तक छठ पूजा मनाई जाती है। छठ पर्व पर भगवान सूर्य देव की पूजा-अर्चना और अर्घ्य देने का विधान है। विवाहित महिलाएं इस व्रत को विधिपूर्वक करती हैं साथ ही पुरुष भी जीवन में आने वाले संकटों को दूर करने के लिए भगवान सूर्य देव की उपासना करते हैं। पंचांग के अनुसार इस साल सूर्योपासना का महापर्व 25 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 28 अक्टूबर को पूर्ण होगा। छठ व्रत को करने से व्यक्ति को सुख-सौभाग्य का वरदान प्राप्त होता है और पूरे साल छठी मैया की ...