जमशेदपुर, मार्च 28 -- संतान समेत पूरे परिवार की सुख और समृद्धि के लिए चैती छठ व्रत इस वर्ष 1 अप्रैल से शुरू होगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पर्व मनाने की परंपरा है। इस व्रत का आरंभ नहाय-खाय के साथ होता है। लगातार 36 घंटे तक निर्जला व्रत रखने के बाद व्रती भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ व्रत का समापन करते हैं। पंडित संतोष त्रिपाठी ने बताया कि पंचांग के अनुसार, चैती छठ का पर्व 1 अप्रैल से 4 अप्रैल के बीच मनाया जाएगा। शुरुआत नहाय-खाय के साथ होगी। इस दिन महिलाएं स्नान करने के बाद भगवान सूर्य की पूजा कर अरवा चावल, लौकी की सब्जी और चने की दाल का शुद्ध शाकाहारी भोजन करेंगी। वहीं, खरना के दिन 2 अप्रैल से व्रती 36 घंटे का निर्जला व्रत का शुरू करेंगी। शाम के समय पीतल या फिर मिट्टी के बर्तन में गुड़ की खीर और...