नई दिल्ली, नवम्बर 7 -- नई दिल्ली, का.सं.। वसंत कुंज में एक निजी संस्थान की 17 छात्राओं से यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ के आरोप में बंद चैतन्यानंद सरस्वती ने शुक्रवार को अपनी जमानत याचिका वापस ले ली है। उनकी ओर से अधिवक्ता ने कहा कि वह पहले दिल्ली पुलिस का आरोपपत्र देखेंगे और उसके बाद आगे की कानूनी रणनीति तय करेंगे। सरस्वती 14 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में हैं। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश दीप्ति देवेश की अदालत में उनके वकील ने कहा कि आरोपपत्र दायर होने के बाद ही आरोपों का सही तरीके से परीक्षण किया जा सकेगा। इसलिए फिलहाल जमानत याचिका वापस ली जा रही है। पुलिस ने अदालत में बताया कि अधिकतर गवाहों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। इससे पहले 27 अक्तूबर को पुलिस ने कोर्ट को बताया था कि 16 पीड़िताओं में से नौ के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। 13 अक्तूबर को अदालत ने क...