वाराणसी, अक्टूबर 7 -- रामनगर (वाराणसी), संवाददाता। सभी की निगाहें टिकी थी दुर्ग की तरफ। जैसे ही 'हर-हर महादेव सुनाई दिया फिर क्या था, बस चार मिनट की ही बात थी। इस चार मिनट के लिए किसी ने महीनों, किसी ने एक साल तो किसी ने पूरी रात इंतजार किया। इस चार मिनट के लिए पूरा रामनगर रविवार को रात जागता रहा, चलता रहा, भागता रहा। सड़कों पर यूं ही कोई तफरीह करता रहा तो कोई भजन-कीर्तन में रमा रहा। ये चार मिनट थे ही कुछ खास। अवसर था भोर की आरती का। अयोध्या के राजा राम की पहली आरती लेने सोमवार की भोर में रामनगर में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। मंदिरों, गंगा घाटों और सामाजिक संस्थाओं के मंचों के आगे रात गुजारी। फिर अयोध्या का रुख किया तो वहीं के होकर रह गए। राज्याभिषेक के बाद भगवान राम-सीता समेत चारों भाई सिंहासन पर बैठ कर सारी रात लोगों को दर्शन देते रहे। भो...