बिजनौर, जून 26 -- कर्ज के पहाड़ जैसे बोझ में दबे पुखराज व उसके परिवार ने मुक्ति पाने के लिए मौत को ही आसान रास्ता माना। गरीबी की मार ऊपर से दो जवान बेटियों के बोझ ने परिवार को यह कदम उठाने पर मजबूर कर दिया। परिवार की दयनीय हालत का अंदाजा इसी बात से लगा सकते है कि बारिश में पानी से बचने के लिए पालीथिन बांध कर बचाव किया गया है। केन्द्र व प्रदेश सरकार ने गरीबों के लिए कई योजनाएं चला रखी है। लेकिन पीड़ित तक नहीं पहुंच पा रही है। जहरीला पदार्थ खाकर मरे परिवार की हालत बेहद खस्ता है। आवासहीन परिवारों के लिए सरकार की अनेक योजनाओं के बावजूद कर्ज से पीड़ित पुखराज के गांव से बाहर स्थित आवास की न चार दिवारी है न छत। मजदूरी करने वाले पुखराज के परिवार के सदस्यों व उसके पशुओं की सुरक्षा के लिये चार दिवारी तक नहीं है। बारिश से बचाव के लिए परिवार ने पॉलीथिन ...