बोकारो, मार्च 21 -- चारो वेद के सार है, श्रीमद भागवत महापुराण । उक्त बातें वृंदावन की कथा वाचिका राधिका ने बाराडीह शिव मंदिर परिसर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिन सुनाई। उन्होने कहा जब जीव के भाग्य का उदय होता है। जब जन्म - जन्मातंर के बाद पुण्य का उदय तो है, तो तब उस जीव को भागवत कथा की प्राप्त होती है। उन्होने कहा कि भगवान शिव -पार्वती कैलाश पर्वत से भ्रमण करने निकले थे, तो उससे इस स्थान को प्रण किया तो पार्वती ने शिव से पूछा तो कहा कि हजार वर्ष पूर्व इस स्थान पर भगवान की कथा हुई थी। कहा सभी तीर्थ स्नान करके जो पुण्य की प्राप्ति होता है उतना ही पुण्य श्रीमद् भागवत कथा सुनने से प्राप्त होता है।

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