सीवान, अप्रैल 27 -- सीवान, निज प्रतिनिधि। बढ़ते तापमान एवं उमस के कारण चमकी बुखार के प्रकोप की संभावना बनी रहती है। एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) और जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) यानी चमकी बुखार पर नियंत्रण बेहद जरूरी है। इसको लेकर जिले में सभी तरह की आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आवश्यक दवाएं, उपकरणों, एम्बुलेंस, अस्पताल में बेड की व्यवस्था कर ली गयी है। सिविल सर्जन डॉ. श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि अगले दो से तीन महीनों तक अभियान चला कर चमकी बुखार पर नियंत्रण को लेकर विशेष कार्य करना है। हालांकि, चमकी बुखार यानी मस्तिष्क ज्वर से निबटने में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि का सहयोग बेहद जरूरी है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. ओम प्रकाश लाल ने बताया कि जापानी इंसेफेलाइटिस की बीमारी 2023 में दरौली और पचरुखी जबक...