चतरा, फरवरी 16 -- चतरा, प्रतिनिधि। चतरा में अभी पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है। चतरा शहर को पेयजल सप्लाई करने वाला हेरूडैम और लक्षमणपूर डैम दोनों में अभी पर्याप्त मात्रा में पानी है। तालाब और पोखरे भी भरे हुए है। जिले में पेयजल संकट मार्च माह के अंतिम दिनों से शुरू हो जाता है। इन दिनों शहर में पेयजल की आपूर्ति हर दो से तीन दिनों के अंतराल में लगातार हो रही है। बरसाती ढोड़ा भले ही सूख गये हैं, लेकिन अन्य जल श्रोत अभी भी जिंदा है। यहां प्राय: मार्च के अंतिम सप्ताह से ही पेयजल संकट शुरू होने लगता है। चापानल एवं कुआं का जल स्तर घटने लगता है। यही हाल तालाब और आहर का भी होता है। मई तक हेरू डैम ठीक ठाक काम करता है। लेकिन जून में यह सुख जाता है। उस समय पानी के लिये लोग छटपटाने लगते हैं। वर्तमान में हेरू डैम का जल स्तर ज्यों का त्यों है। ...
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