बगहा, फरवरी 10 -- बेतिया,बेतिया प्रतिनिधि। चंपारण से बिहार में बदलाव की बयार शुरू होगी। बिहार में 6 हजार तक वार्षिक आय वाले लोग कर्ज में डूबे हैं। गांव गांव की महिलाएं, दलित ,गरीब, मजदूर कर्ज ले रहे हैं। गांवों में कर्ज प्रथा पूरी तरह से जड़े जमा चुकी है। बिहार में अफसरशाही, पुलिस गुंडागर्दी, पलायन, अपराध, भ्रष्टाचार, गरीबों का शोषण हावी है। इससे बाहर निकलने के लिए बिहार में बदलाव की जरूरत है। उक्त बातें भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कही। वे नगर के ऑडिटोरियम में आयोजित बदलो बिहार चंपारण स्तरीय समागम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली की आप सरकार को केंद्र की मोदी सरकार ने काम करने नहीं दिया। मुख्यमंत्री तक को झूठे आरोप लगाकर जेल भेज दिया। जिसके कारण 10 वर्षों में ही दिल्ली की जनता ने आप को सत्ता से बेदखल करदी।लेकिन बिहार म...