देवघर, अक्टूबर 27 -- देवघर। धार्मिक नगरी देवघर में लोक आस्था के महापर्व छठ का उल्लास चरम पर है। सूर्योपासना के महापर्व से हर गांव, घर में श्रद्धा, सूचित व एकता का रंग बिखेरता दिख रहा है। वहीं महापर्व में अपनी अनूठी परंपरा के लिए देवघर सदर प्रखंड के छोटे से गांव घोरलास की अलग पहचान बन गई है। गांव महापर्व के बहने एकता का उदाहरण प्रस्तुत करने वाला बन गया है। एक सदी से भी अधिक समय से पूरा गांव सामूहिक रूप से छठ पूजा करता आ रहा है। गांव में हर वर्ष सभी परिवार एक साथ एक ही स्थान पर छठ पूजा करते हैं। पूजा को लेकर खरना का प्रसाद बनाते हैं, और अस्ताचलगामी सहित उदयीमान सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करते हैं। 1907 में गांव बसाने के साथ शुरू हुई परंपरा : घोरलास गांव की परंपरा 100 साल से भी अधिक पुरानी है। गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि साल 1907 में रायडीह ...