नई दिल्ली, जून 16 -- एक प्रश्न आया है कि लगभग प्रत्येक व्यक्ति के प्रति मेरे अंदर नाराजगी है, बल्कि कभी-कभी तो किसी-किसी से घृणा भी होती है। इससे मेरा जीवन बड़ा कष्टमय हो जाता है। बौद्धिक रूप से मैं समझता हूं कि यह नाराजगी, यह घृणा मैं ही हूं, लेकिन उसका सामना नहीं कर पाता। क्या आप मुझे रास्ता दिखा सकते हैं? तो प्रश्न यह है, नाराजगी और घृणा से भरा हुआ मैं, उससे मुक्त कैसे हो पाऊंगा? हम किसी भी समस्या का सामना कैसे करते हैं? सबसे पहले समस्या है क्या? निस्संदेह, समस्या वह है, जो परेशानी पैदा कर रही हो। मैं नाराजगी से भरा हूं, घृणा से भरा हूं, मैं व्यक्तियों से घृणा करता हूं और उससे कष्ट होता है। और मैं इसके प्रति सचेत हूं। मुझे क्या करना चाहिए? यह मेरे जीवन में बड़ी परेशानी का कारण है। मेरे लिए यह एक समस्या है, क्योंकि यह मुझे परेशान करती ह...