रुद्रपुर, फरवरी 13 -- रुद्रपुर, संवाददाता। ग्रीष्मकालीन धान की खेती से होने वाले नुकसान को लेकर प्रशासन गंभीर है। ग्रीष्मकालीन धान की खेती की बजाय मक्का की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को जागरूक किया जाएगा। जिले में लगभग 22,000 हेक्टेयर भूमि पर ग्रीष्मकालीन धान की खेती होती है और प्रशासन ने अब इस पर प्रतिबंध लगा दिया है। किसानों को इस बदलाव के लिए तैयार करने के उद्देश्य से जिले के सभी विकास खंडों में गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। ग्रीष्मकालीन धान की खेती में पानी की अत्यधिक खपत होती है। डीएम की ओर से जारी आदेश में कहा है कि जिले में 1.08 लाख हेक्टेयर में खरीफ के मौसम में धान की खेती की जाती है। कृषक अतिरिक्त कृषि आय के लिए ग्रीष्मकालीन धान की खेती करते हैं, जो पर्यावरण के दृष्टिकोण से हानिकारक है। सभी विकास खंडों में उपजिलाधिकारी क...