देहरादून, मई 20 -- उत्तरांचल विश्वविद्यालय में दो दिवसीय ग्रीन हाइड्रोजन पर कार्यशाला में स्वच्छ एवं टिकाऊ ऊर्जा के लिए भारत के राष्ट्रीय लक्ष्यों के अनुरूप ग्रीन हाइड्रोजन प्रौद्योगिकियों पर जागरूकता, ज्ञान और क्षमता का निर्माण पर चर्चा हुई। इसमें लैब तकनीशियन, स्टार्टअप संस्थापक, गैर सरकारी संगठन और संबंधित क्षेत्रों में काम करने वाले पेशेवर शामिल थे। कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति प्रो.धर्म बुद्धि ने किया। उन्होंने कहा कि भारत के ऊर्जा परिवर्तन में ग्रीन हाइड्रोजन के बढ़ते महत्व और भविष्य की मांगों को पूरा करने के लिए मजबूत तकनीकी प्रशिक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन एक उभरती हुई तकनीक है। भारत को इसकी पूरी क्षमता का दोहन करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढाँचे और क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्हों...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.