बदायूं, फरवरी 20 -- देवताओं के राजा इंद्र का अहंकार भी भगवान के समक्ष नहीं चला। कथावाचक ऊषा देवी ने तहसील क्षेत्र के गांव बधौली में बह्मदेव मंदिर पर चल रही भागवत कथा के छठें दिन गोवर्धन पूजा का प्रसंग सुनाया। कहा, जब बृजवासी इंद्र की पूजा करने की तैयारी कर रहे थे, तब श्रीकृष्ण ने उन्हें रोका और इंद्र की जगह पर गोवर्धन पर्वत की पूजा करने के लिए कहा। इसके बाद लोगों ने इंद्र की पूजा की जगह गोवर्धन पर्वत की पूजा शुरू की। अपना अपमान होता देख इंद्र काफी नाराज हो गए और आक्रोश में वहां पर मूसलाधार बारिश शुरू कर दी। ब्रजेंद्र कुमार वर्मा, हरवंश वर्मा, गोपाल बाबू, कल्याण वर्मा, श्रीराम, जंडैल सिंह, रुपसिंह, हेमसिंह आदि मौजूद रहे।
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