मथुरा, अक्टूबर 31 -- गोपाष्टमी पर गुरुवार को जगह-जगह गो-पूजन हुआ। गोशालाओं में गो-पूजन कर गोमाता की आरती उतारी गयी। गोसेवा का आरंभ ब्रह्म मुहूर्त से ही हो गया। भक्तों ने हरा चारा, आटे में मीठा मिलाकर लोआ बनाकर गायों को खिलाया। उन्होंने गायों को पटुका पहनाए। रोली से तिलक किया। मेहंदी रचाई। महावर रचाया। मानिक चौक स्थित गोशाला धेनु आश्रय में गोपाष्टमी का का पर्व मनाया गया। प्रात: गायों को स्नान के उपरान्त वंदनी, मेहंदी, ओढ़नी आदि श्रृंगार श्रीमद्भागवत कथा आयोजन समिति के संस्थापक पं. अमित भारद्वाज ने किया। समस्त गायों को वेदोक्त ध्वनि के मध्य कुमकुम, रोली चावल, चंदन से पूजन किया। पूजनोपरांत गुड़ का भोग लगाकर गो-माताओं की आरती की गई। पंडित अमित भारद्वाज ने कहा कि गाय को राष्ट्रीय निधि घोषित किया जाना चाहिए। पूर्व में भी समिति द्वारा केंद्र सरक...