चमोली, अगस्त 17 -- गैरसैंण, संवाददाता। श्री कृष्ण जन्मोत्सव के बाद गैरसैंण विकासखंड के विभिन्न स्थानों पर रविवार को पाती मेले का आयोजन किया गया। इस दौरान मौसम सुहावना होने के कारण बड़ी संख्या में भक्तों ने पाती मेले में शिरकत कर क्षेत्र की सुख एवं समृद्धि का आशीर्वाद लिया। गैरसैंण प्रखंड़ के अनेक स्थानों पर पाती मेला आयोजित करने की परंपरा चली आ रही है। यह मेला तीन दिवसीय होता है प्रथम दिन ईष्ट देवताओं का आह्वान, दूसरे दिन भतिल पाती तथा अंतिम दिन पाती मेला जिसमें एक लम्बा स्तंभ को जमीन में गाड़ा जाता है तथा इससे अनाज, फल, फूलों , ककड़ी , संतरा ,घास आदि से सजा कर खड़ा किया जाता है। दोपहर बाद विभिन्न वाद्य यंत्रों पर देव पश्वा नाचते हैं तथा पाती स्तंभ पर चढ़ कर इसमें सजाएं गये फल, अनाज, ककड़ी आदि को भक्तों की ओर फेंकता है। जिसे मेलार्थी प्रसाद के ...