मधुबनी, जून 17 -- रहिका। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय मधुबनी सेवा केन्द्र के द्वारा श्रीमद भागवत गीता के चौथे सत्र में राजयोगिनी बीके कंचन दीदी जी ने बताया कि परमात्मा अपने अवतरण की महत्ता को बताते हुए कहते हैं कि जब धर्म के अति ग्लानी होती है तब उनका अवतरण होता है । अधर्म का विनाश और सत्य धर्म की स्थापना करने वह इस धरा धाम पर आते हैं। परमात्मा अपना कार्य गुप्त रीति से करते हैं। जिसने तपस्या द्वारा अपने मन को पवित्र बनाया है वही अनुरागी ही परमात्मा के गहरे राज को समझ पाता है जिस सतह पर हम खड़े होते हैं उसी सतह पर भगवान आकर हम मनुष्यों का कल्याण करते हैं । भगवान कहते है भक्त की श्रद्धा ही कृपा बनकर बरसती है। उन्होंने कहा कि परमात्मा कहते हैं कि मेरी कृपा सब पर समान बरसती है परंतु जो मुझे याद करता है वह अपने अंदर ऐसी पात्रता...