नई दिल्ली, अक्टूबर 14 -- अमेरिका से बाहर अपने सबसे बड़े निवेश के लिए गूगल ने भारत के विशाखापट्टनम शहर को चुना है, तो यह यकीनन स्वागत-योग्य कदम है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ व वीजा नीति के कारण भारत-अमेरिकी कारोबारी रिश्तों को लेकर जो अंदेशे पैदा हुए थे, गूगल द्वारा अगले पांच साल में करीब 1.33 लाख करोड़ रुपये के निवेश की इस घोषणा से वे तिरोहित नहीं, तो मंद जरूर पड़ गए हैं। 'गूगल क्लाउड' के सीईओ थॉमस कूरियन ने मंगलवार को नई दिल्ली में साफ किया कि उनकी कंपनी भारतीय कंपनियों- अडानी कॉननेक्स और एयरटेल के साथ मिलकर अमेरिका के बाहर सबसे बड़ा एआई हब बनाने जा रही है। इस निवेश की दिलचस्प बात यह है कि आंध्र प्रदेश के अधिकारियों ने इस आईटी केंद्र के लिए दस अरब डॉलर के शुरुआती निवेश का ही अनुमान लगाया था, लेकिन गूगल से 15 अरब डॉलर के विशाल ...