मधुबनी, अगस्त 1 -- मधुबनी, नगर संवाददाता। स्वचालित कविगोष्ठी,मधुबनी की मासिक साहित्यिक गोष्ठी प्रो. जे पी सिंह के आवासीय परिसर,आर.के. कॉलेज गेट के समीप बुधवार शाम हुई। प्रो. जे पी सिंह के निदेशन में कवि-कवियित्री,कथाकार एवं साहित्यानुरागियों की नियमित काव्य संध्या एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया। रेवती रमण झा की अध्यक्षता,उदय जायसवाल के संचालन में हुई गोष्ठी की समीक्षा डॉ. रामदयाल यादव ने किया। डेढ़ दर्जन से अधिक रचनाकारों ने अपनी रचनाओं की प्रस्तुति दी। इस गोष्ठी की शुरुआत मालती मिश्र की रचना 'संवेदनहीनता से हुई। विभा झा 'विभासित की 'सुहासिनी ने स्त्री सौंदर्य की ओर ध्यान आकर्षित करवाया। अनुपम झा की रचना 'हे कृष्ण सखा, सुन व्यथा मेरी, अपने ही लुटाए लाज मेरी, हे भरी सभा सब देख रहे, गांडीव, तलवार भी लेट रहे ने 'द्रौपदी के संताप की मार्मिक स...