प्रयागराज, अक्टूबर 31 -- गिले शिकवे मिटाकर एक हुआ बिखरा परिवार प्रयागराज, विधि संवाददाता। पारिवारिक न्यायालय में शुक्रवार को एक ऐसा भावुक दृश्य देखने को मिला जिसने वहां मौजूद लोगों की आंखें नम कर दीं। भरणपोषण के एक मामले में वर्षों से अलग रह रहे पति-पत्नी ने एक-दूसरे को माफ कर दिया और पति ने अपनी पत्नी व विकलांग पुत्री को गले लगाकर कहा, 'अब कभी अकेली नहीं रहोगी, घर चलो सब कुछ फिर से शुरू करेंगे।' यह हृदयस्पर्शी मामला संगीता देवी का है, जिन्होंने अपने पति शिवकुमार के खिलाफ भरण-पोषण की अर्जी दायर की थी। संगीता का विवाह दो मई 2014 को शिवकुमार से हुआ था। कुछ समय बाद पति-पत्नी के बीच मतभेद बढ़े और चार दिसंबर 2021 को विवाद इतना गहरा गया कि संगीता को विकलांग पुत्री के साथ घर से निकाल दिया गया। मामले में हंडिया थाने में दहेज प्रतिषेध अधिनियम के त...