पीलीभीत, सितम्बर 6 -- गिद्ध केवल पक्षी नहीं बल्कि हमारे इको सिस्टम का वह अहम रोल अदा करते हैं जिसे हम चाह कर भी विकसित नहीं कर सकते। जी हां ! गिद्धों का भी आशियाना है पीलीभीत टाइगर रिजर्व और यहां की आबोहवा। इनमें से कुछ गिद्धों की प्रजाति तो ऐसी है कि जो यहां 12 माह हमेशा ही रहती है। जबकि कुछ प्रजाति के गिद्ध यहां विशेष तौर पर प्रवास के लिए आते हैं। सितंबर के पहले शनिवार को मनाया जाने वाला विश्व गिद्ध दिवस इस बार छह सितंबर को हैं। बाघों और हिरणों के अलावा यहां गिद्धों का भी सुरक्षित घर है। कई प्रकार के पक्षियों के अलावा यहां गिद्ध भी प्रवास करते हैं। प्रकृति के स्वच्छता कर्मी के उपनाम से विख्यात यह गिद्ध मृत जानवरों का मांस खाकर पर्यावरण को साफ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सोचिए अगर गिद्ध न हों, तो मृत जानवर लंबे समय तक सड़ते रह...