आजमगढ़, जुलाई 22 -- आजमगढ़, संवाददाता। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के स्वयं सहायता समूहों से जुड़ीं महिलाएं अब गांवों में सोलर उपकरणों की देखरेख भी करेंगी। उन्हें सूर्यसखी नाम दिया गया है। चयनित की गईं महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण प्राप्त सूर्य सखियां ग्राम पंचायतों में लगे सोलर उपकरण के रखरखाव की जिम्मेदारी निभाएंगी। शासन ने ग्रामीण क्षेत्रों में एनआरएलएम से जुड़ीं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की आय बढ़ाने के लिए सूर्यसखी योजना लागू की है। इस संबंध में उप्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के मिशन निदेशक दीपा रंजन ने सभी जिलों के विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है। इस योजना में जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायतों में समूह से जुड़ीं एक-एक महिलाओं को जोड़ा जाएगा। आजमगढ़ में कुल 1811 ग्राम पंचायतें हैं। ऐसे में 1811 महिलाओं ...