लखनऊ, मार्च 29 -- गर्भावस्था के दौरान काफी महिलाएं डायबिटीज की चपेट में आ जाती हैं। इसका समय पर इलाज जरूरी है। जरा सी चूक से महिला व गर्भ में पल रहे शिशु की सेहत बिगाड़ सकती है। यह सलाह केजीएमयू के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (क्वीनमेरी) की डॉ. सीमा मेहरोत्रा ने दी। वह शनिवार को गोमतीनगर के होटल में लखनऊ ऑब्स एंड गाइन सोसाइटी की ओर से गर्भकालीन मधुमेह विषय पर सेमिनार हुआ। डॉ. सीमा मेहरोत्रा ने कहा कि देश में गर्भकालीन डायबिटीज से करीब तीन करोड़ महिलाएं पीड़ित होती है। इसमें गर्भावस्था के दौरान महिला का डायबिटीज का स्तर बहुत बढ़ जाता है। इसकी वजह से महिला और गर्भस्थ शिशु दोनों की जान को खतरा हो जाता है। प्रसव के कुछ समय पर डायबिटीज ठीक हो जाती है। पद्मश्री डॉ. वी शेषाई ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को आहार और जीवन शैली पर विशेष ध्यान देना चाह...