बागपत, सितम्बर 16 -- गर्भवती द्वारा खानपान पर ध्यान न दिए जाने, एल्कोहल, तंबाकू और जंक फूड का शौक नवजात पर भारी पड़ रहा है। नवजात में हार्ट और सांस की समस्या तेजी से बढ़ रही है। जिला अस्पताल से लेकर निजी चिकित्सकों के पास बीमार बच्चों की लंबी कतार लग रही है। जन्म के तुरंत बाद अधिकतर मामलों में बच्चे को सांस लेने की समस्या और धड़कन का कम होना पाया जा रहा है। बाल रोग विशेषज्ञ गर्भ से पहले और गर्भावस्था के दौरान मां की लाइफ स्टाइल को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डा. श्रवण कुमार ने बताया कि अधिकतर मामलों में गर्भ से पहले मां का बीमार होना, उसके बाहरी खान पान की आदत, तंबाकू, अल्कोहल आदि का सेवन पाया गया है। जो कि गर्भ के बाद कोख को भी संक्रमित कर रहा है। ऐसे मामलों में नवजात को लंबे समय तक एनआईसीयू में रखकर उपचार करना म...