रामपुर, नवम्बर 15 -- गंभीर नवजात शिशुओं के उपचार के लिए महिला अस्पताल में स्थित एसएनसीयू की व्यवस्थाएं मंडल के बाकी अस्पतालों से बेहतर हैं। सितंबर माह की जारी रैकिंग में यहां पर सक्सेसफुल डिस्चार्ज 92 प्रतिशत रहा। सिर्फ छह प्रतिशत मामलों में यहां से बच्चे रेफर किए गए। जन्म के दौरान गंभीर बच्चों की जान बचाने की दिशा में जिला महिला अस्पताल का एसएनसीयू (विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई) वरदान की तरह साबित हो रहा है। यहां पर प्री-मेच्योर नवजातों का इलाज मुफ्त में होता है। 12 बेड के इस एसएनसीयू में सितंबर माह में 91 नवजात शिशुओं की गंभीर स्थिति में भर्ती किया गया था। इनमें से सिर्फ पांच बच्चे ही यहां से दूसरे स्थानों पर रेफर किए गए और बाकी के बच्चों का यहां पर सफल इलाज किया। एक प्रतिशत मामलों में लोग चिकित्सीय सलाह के बिना अपने बच्चे को यहां से डि...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.