भागलपुर, मई 13 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता एक कहावत प्रचलित है, गरीबी जब दरवाजा खटखटाती है तो प्यार खिड़की से बाहर भाग जाता है। लेकिन सच्चे प्रेम के आगे गरीबी भी नतमस्तक होती है। सोमवार को कोर्ट परिसर में कुछ ऐसा ही दिखा। पंडित जी थे। न बैंडबाजा न ही बारात। न गहने न ही खाने की व्यवस्था। पर शादी हुई। प्यार जीता, गरीबी मुंह ताकती रह गई। बांका स्थित रजौन क्षेत्र के रहने वाले युवक और कटिहार युवती ने कोर्ट परिसर में वकील की मौजूदगी में सात फेरे लिए। उनकी वकील ने कहा कि पिछले कई साल से युवक और युवती एक दूसरे से प्यार करते थे। पहले परिजन शादी को तैयार नहीं थे। अब मान गए। जब उनसे कहा कि मंदिर में शादी कर लें तो उन्होंने कहा, हम गरीब हैं, वहां भी शादी के लिए पैसे नहीं हैं। फिर वकील के चैंबर के बाहर ही शादी की व्यवस्था की गई और दोनों सात जन्मों के ल...