उन्नाव, मार्च 24 -- बारासगवर, संवाददाता। महाशिवपुराण कथा के पांचवे दिन कथावाचक द्वारिकाधीश महराज ने संगत को प्रवचन देते हुए भगवान श्री गणेश और कार्तिक की जीवनी के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने बताया कि एक बार भगवान शंकर और पार्वती ने गणेश और कार्तिक की परीक्षा ली, जिसमें पूरे ब्रह्मांड का चक्कर काटने वाले को प्रथम पूज्य का पद देने की बात कही। प्रतियोगिता में दोनों ही ब्रह्मांड का चक्कर काटने निकले तो कार्तिक मोर पर सवार हो पूरे ब्रह्मांड का चक्कर काटने लगे और भगवान गणेश ने माता- पिता की परिक्रमा कर ली। इस दौरान अनन्या, संजय, आचार्य सोनू, सोनू सिंह, नरेंद्र, शिम्पू, पूनम, निशा, देवा आदि रहे।

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