अमरोहा, मई 26 -- इंडियन कल्चरल सोसाइटी के संयोजन में शायर सरकार हैदर की याद में गजल की महफिल का आयोजन किया गया। शायरों ने बेहतरीन कलाम पेश कर समा बांध दिया। शनिवार रात मोहल्ला छेवड़ा में गुलशन-ए-इकबाल में सजी महफिल की अध्यक्षता अस्करी रजा एडवोकेट व संचालन शीबान कादरी ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में डा.जमशेद कमाल, मोअज्जम खान, इस्लाम आलमी व हबीब अहमद एडवोकेट मौजूद रहे। वाहिद अमरोहवी ने पढ़ा...खुदा करे के हो रौशन हमारा मुस्तकबिल, हमारा माजी हुआ है हमारे हाल में गुम। डा.जमशेद कमाल ने कहा...मेरी परवाज पर कुछ लोग हैरानी में रहते हैं, बड़े नादान हैं खुद ही परेशानी में रहते हैं। मयकश अमरोहवी ने कहा...शायरी छोड़ कर हुआ एहसास, उससे बातों का सिलसिला भी गया। शीबान कादरी यूं नमूदार हुए...हम भी तेरी दुनिया में बहुत नाम कमाते, करता तू अगर हौंसला अफजा...