मुजफ्फरपुर, जून 22 -- मुजफ्फरपुर, कुंदन कुमार। एईएस के लिए गंभीर खतरे का समय बीत गया। इस साल भी एईएस काबू में रहा। जिले में एईएस मरीज मिलने के आंकड़ों पर गौर करें तो सर्वाधिक मरीज 9 से 21 जून के बीच ही मिले हैं। इस कारण 21 जून बीतते ही जिला प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। पिछले तीन साल में भी इस साल अबतक सबसे कम मरीज मिले हैं। एईएस की समीक्षा के बाद जो रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी गई है उसमें बताया गया है कि लगातार तीसरे साल मुजफ्फरपुर में एक भी बच्चे की मौत एईएस से नहीं हुई है। इसमें जिला प्रशासन की ओर से शुरू 'चमकी को धमकी अभियान को भी कारगर बताया गया है। मुख्यालय को भेजी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले 10 वर्षों में सबसे अधिक मरीज मिलने के साथ सबसे अधिक मौत भी जून माह की नौ से 21 तारीख के बीच ही हुई। पिछले 15 साल के रिकार्ड को मुख्य...