वाराणसी, मई 13 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। सुबह-ए-बनारस आनंद कानन की ओर से पूर्णिमा तिथि पर सोमवार को कलानिधि का आयोजन किया गया। मासिक कार्यक्रम कलानिधि में बुद्धम शरणम् गच्छामि की अनुगूंज हुई। इसके अंतर्गत भरतनाट्यम शैली में बुद्ध के चरित्र को डॉ. दिव्या के निर्देशन में उजागर किया गया। सर्वप्रथम सुबह-ए-बनारस की परिकल्पना को ऋषिकाओं द्वारा वैदिक शिक्षा और संस्कार पर आधारित शास्त्रार्थ से जीवंत किया गया। विदुषी संजीवनी पांडेय के नेतृत्व में 16 संस्कारों की सारगर्भित व्याख्या की गई। संस्कारों की उपादेयता की विस्तृत व्याख्या की गई। तत्पश्चात पूर्णमास यज्ञ का सामयिक आयोजन हुआ। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. रत्नेश वर्मा ने सभी का स्वागत किया। संचालन सीमा केसरी ने किया। इस अवसर पर श्याम केसरी, प्रेमनारायण सिंह, प्रत्यूष सिंह सहित बड़ी संख्या में दर्...