वाराणसी, मई 19 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। सांस्कृतिक रंगों से सजी 'गंगा संस्कृति यात्रा ने आध्यात्मिक और पारंपरिक विरासत की अनुभूति कराई। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के आयोजन का दूसरा और अंतिम दिन गायन और नृत्य के नाम रहा। अस्सी घाट पर रविवार को कार्यक्रम की शुरुआत स्मृति शाही एवं उनके दल ने गंगा अवतरण नृत्य नाटिका से की। इसमें मां गंगा के विविध पहलुओं को दर्शाया गया। स्मृति सिंह एवं साथियों ने कथक प्रस्तुत किया। लखनऊ की गायिका सुचिता पांडेय ने भजनों और लोकगीतों की समुधुर प्रस्तुति दी। प्रियंवदा तिवारी एवं उनके दल ने पारंपरिक लोक नृत्य की छटा बिखेरी। श्रुति सिंह चौहान ने भजनों से श्रोताओं को विभोर कर दिया। अंत में अनुराधा सिंह ने मधुर गीतों से कार्यक्रम को विराम दिया। केंद्र के प्रभारी निदेशक आशीष गिरि ने कलाकारों को स्मृति चिह...