संभल, अगस्त 17 -- गंगा नदी के जलस्तर में लगातार गिरावट से गुन्नौर, रजपुरा और जुनावई क्षेत्र के तटवर्ती गांवों में रहने वाले लोगों ने कुछ राहत की सांस ली है। बबराला गंगा घाट, राजघाट और नरौरा गंगा बैराज पर जलस्तर में कमी दर्ज की गई है। जिससे बाढ़ का खतरा अब लगभग टल चुका है, लेकिन खतरा अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। अब पानी के साथ आई गंदगी, कीचड़ और मच्छरों का प्रकोप लोगों की नई मुसीबत बन गया है। गंगा का जलस्तर कम होने से राहत तो जरूर मिली है, लेकिन गंदगी, मच्छरों और स्वास्थ्य संकट का खतरा अब ग्रामीणों की नई चुनौती बन गया है। ऐसे में अगर समय रहते स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने उचित कदम नहीं उठाए, तो यह राहत बहुत जल्द एक और बड़ी मुसीबत में तब्दील हो सकती है। भले ही बाढ़ का पानी धीरे-धीरे उतर रहा हो, लेकिन खेतों में अभी भी जलभराव बना हुआ है। जि...