रिषिकेष, सितम्बर 18 -- भारतीय संस्कृति के साथ गंगा संरक्षण को लेकर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला परमार्थ निकेतन में आयोजित की गई। जिसमें उत्तर प्रदेश के 7 जिलों के 15 घाटों से 30 पुरोहितों ने सहभागिता की। गुरुवार को कार्यशाला का उद्घाटन ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती ने किया। परमार्थ निकेतन, नमामि गंगे, अर्थ गंगा जल शक्ति मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित यह 10 वीं ट्रेनिंग है, जिसमें गंगा आरती को एक जन-जागरूकता और संरक्षण का माध्यम बनाने के महत्व को उजागर किया जा रहा है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती का मानना है कि गंगा की आरती केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह सामाजिक चेतना, आस्था और पर्यावरण जागरूकता का प्रतीक भी है। कार्यशाला में प्रतिभागियों को तीन दिनों तक विविध आध्यात्मिक गतिविध...