नई दिल्ली, सितम्बर 15 -- एशिया कप के दुबई में खेले गए भारत-पाकिस्तान मैच का मैंने भी बहिष्कार किया था। उसे देखा नहीं, मगर जब सुबह यह खबर देखी, तो अच्छा लगा। खबर यही थी कि टीम इंडिया के कप्तान सूर्य कुमार यादव ने पाकिस्तान की टीम की बुरी तरह अनदेखी की। सूर्या के इस बात ने यह इशारा किया कि ये मैच मैदानी जंग हैं। अब पाकिस्तान से मैच भी खेल की तरह नहीं, जंग की तरह होंगे। देखा जाए, तो टॉस के बाद हाथ न मिलाकर और जीतने के बाद भी बिना हाथ मिलाए सीधे पवेलियन लौटकर पाकिस्तान की अच्छी तरह बेइज्जती की हमारे खिलाड़ियों ने। कप्तान सूर्य कुमार यादव की तारीफ इसलिए, क्योंकि उन्होंने टॉस जीतने के बाद हाथ मिलाने जैसी ऐतिहासिक परंपरा को तोड़ने का साहस किया। यह इस बात का संकेत है कि खिलाड़ी अपने अंदाज और आत्मविश्वास से परंपराओं को भी बदल सकते हैं। इस पूरे प्र...