नई दिल्ली, जून 23 -- वह एक अभिनेता था, जिसने कुछ प्रसिद्धि प्राप्त कर ली थी, परंतु वह अब भी इतना तरुण था कि उसमें जिज्ञासा थी। उसने पूछा, कोई अभिनय किसलिए करता है? कुछ के लिए तो रंगमंच जीविका का साधन मात्र है, कुछ व्यक्तियों को यह उनके दंभ को अभिव्यक्त करने का साधन देता है तथा दूसरे कुछ लोगों के लिए विविध भूमिकाएं निभाना एक बड़ा उद्दीपन होता है। रंगमंच जीवन की वास्तविकताओं से एक शानदार पलायन भी पेश करता है। मैं इन सभी कारणों से अभिनय करता हूं और शायद इसलिए भी कि मुझे आशा है कि रंगमंच द्वारा मैं कुछ शुभ कर पाऊंगा। क्या अभिनय से स्व को, अहं को अधिक बल नहीं मिलता? हम भंगिमाएं प्रस्तुत करते हैं, चेहरे पहनते हैं और धीरे-धीरे वह भंगिमा, वह चेहरा हमारी दैनंदिन आदत बन जाता है, जिससे अंतर्विरोध, लोभ, द्वेष इत्यादि के अनेक अहं ढक जाते हैं। जो आदर्श...