उन्नाव, नवम्बर 18 -- उन्नाव, संवाददाता। स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर, कस्बों और गांवों में लाखों रुपये खर्च कर बनाए गए सार्वजनिक शौचायलों की हालत बद से बदतर है। अधिकांश पर या तो ताले लटके हुए हैं या फिर उनके सीवर टैंक व टोंटी टूटी हुई हैं। ग्रामीण इलाकों में तो कई जगहों पर मवेशियों की जरूरत का समान भर दिया गया है। अधिकारी सफाई के हजार दावे कर रहे हैं, लेकिन हकीकत में शौचालय के पास गंदगी की भरमार है। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान' ने विश्व शौचालय दिवस के मौके पर सार्वजनिक शौचालयों की पड़ताल की तो यह नजारा देखने को मिला। जिले में तीन नगर पालिका, 16 ब्लॉक व नगर पंचायतें और 1037 ग्राम पंचायतें है। यहां पर शौचालयों का निर्माण कराया गया है। इसके बाद भी जिले में इन सुविधाओं का हाल काफी खराब है। वैसे तो सरकार की मंशा के अनुरूप जिले भर में इनका निर्...