पटना, फरवरी 1 -- बिहार में खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान शुरू होने से खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में शोध को बढ़ावा मिलेगा। खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के लिए कुशल और दक्ष कामगार मिलेंगे। फसलों के अलग-अलग उत्पाद तैयार होंगे। इससे उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा। किसानों की आय में वृद्धि होगी। रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। केन्द्रीय बजट में संस्थान शुरू करने की घोषणा की गई है। खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र राज्य में निवेश के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में है। राज्य सरकार इस क्षेत्र में निवेश इकाइयों को बढ़ावा दे रही है। बिहार में मक्का, मखाना, केला, लीची, आम, आलू, टमाटर, चावल और गेहूं आदि फसलों के प्रसंस्करण उद्योग की पूरी संभावना है। लीची, मखाना, आम, मक्का के उत्पाद बिहार से बाहर भी भेजे जा रहे हैं। इसके अलावा डेयरी, बेकरी, मसाला आदि ...
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